5G Technology and Mobile Internet – 5 जी टेक्नोलॉजी

5G : 5जी टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का भविष्य

5जी टेक्नोलॉजी वर्तमान मोबाइल नेटवर्क और सेल्युलर वायरलेस सिस्टम 4G का नेक्स्ट वर्जन है. 5G टेक्नोलॉजी. 5जी नेटवर्क 5G Network आ जाने के बाद मोबाइल पर मोबाइल ब्रॉडबैंड यूजर्स को डाटा की हाई डेन्सिटी Higher Density मिलने लगेगी.

आने वाली 5जी टेक्नोलॉजी 5G Technology के बाद बेहतर कवरेज और हाई स्पीड इंटरनेट High Speed Internet तो मिलेंगे ही, साथ ही मोबाइल हैंडसेट्स का बैटरी कंजम्पशन भी कम होगा. आइए जानते हैं 5जी टेक्नोलॉजी के बाद कैसी होगी मोबाइल कम्युनिकेशन Mobile Communication और मोबाइल इंटरनेट Mobile Internet की दुनिया.

कब आएगा 5जी? When is 5G coming?

5जी टेक्नोलॉजी के रिसर्च एंड डवलपमेंट Research and Development में चीन China काफी आगे चल रहा है. चीन ने 5G टेक्नोलॉजी के तीसरे चरण के टेस्ट 3rd Phase Test भी शुरू कर दिए हैं.

चाइना मोबाइल कम्युनिकेशंस कॉर्पोरेशन China Mobile Communications Corp और हुवेई टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन​ लिमिटेड Huawei Technologies Co Ltd 5जी रिसर्च एंड डवलपमेंट में सबसे आगे चल रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि जून 2018 में 5G मानकों का पहला प्री-कॉमर्शिल प्रोडक्ट First 5G Pre-Commercial Product दुनिया के सामने होगा.

भारत में 5जी – 5G in India

भारत में 5जी कब आएगा? फिलहाल इस सवाल के जवाब में सटीक समय नहीं बताया जा सकता. फिर भी 5जी इंडिया फोरम 5G India Forum के एनहैंस्ड मोबाइल ब्रोडबैंड enhanced Mobile Broadband (eMBB) प्लान के अनुसार यह कहा जा सकता है कि मोबाइल आपरेटर 2018 की दूसरी तिमाही में ट्रायल प्लेटफार्म Trial Platform तैयार करने लगेंगे.

वहीं भारत में 5G की लॉन्चिंग 2019 में सम्भव हो पाएगी. भारत में 5जी के लिए बीएसएनएल BSNL ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं भारती एयरटेल Bharti Airtel ने 5G के लिए फिनलैंड की मोबाइल कम्पनी नोकिया Nokia से हाथ मिलाया है.

कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी की प्रसिद्ध कम्पनी एरिक्सन Ericsson भी 18 नवम्बर 2017 को भारत में 5जी टेक्नोलॉजी का एंड—टु—एंड प्रदर्शन कर चुकी है.  पूरी उम्मीद है कि भारत भी अन्य देशों के साथ जल्द ही 5जी की उपलब्धता वाले देशों 5G Available Countries में शामिल हो जाएगा.

एलटीई नेटवर्क और 5जी टेक्नोलॉजी- 5G and LTE Network

संभावनाओं के अनुसार 5G इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि यह वर्तमान एलटीई नेटवर्क Existing LTE Network पर काम कर सके. इसके बहुत सारे फीचर एलटीई—एडवांस मानकों LTE Advance Standards पर काम करेंगे. अनुमान है कि 2025 तक दुनिया की एक—तिहाई आबादी को 5जी नेटवर्क से कवरेज 5G Network Coverage मिल जाएगा.

5जी फोरम – 5G Forum

दुनियाभर में 5जी टेक्नोलॉजी के विकास के लिए 5जी फोरम काम कर रही हैं. इन्हीं 5जी फोरम पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वायरलेस कम्युनिकेशन Wireless Communication एक्सपर्ट, मोबाइल हैंडसेट कम्पनियां, मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कम्पनियां, विभिन्न देशों की सरकारें आपसी समन्वय और सहयोग से काम कर रहे हैं.

वैसे तो 5जी पर काम मई 2013 से ही शुरू हो गया था. दुनिया के अन्य देशों की भांति भारत में भी 5जी फोरम 5G India Forum बना हुआ है. भारत में भारत सरकार और सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया Cellular Operators Association of India (COAI) के सानिध्य में 5जी इंडिया फोरम 5G India Forum काम कर रहा है. 5जी इंडिया फोरम का गठन 31 अगस्त 2017 को हुआ था.

5जी टेक्नोलॉजी की जरूरत- 5G Will Change Life

आखिर 5जी नेटवर्क 5G Network की जरूरत क्यों है. सीधा सा जवाब है कि भारत सहित सभी देशों की इंटरनेट डाटा की जरूरत काफी बढ़ चुकी हैं. समय रहते ऐसे नेटवर्क की सख्त आवश्यकता है जिससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा डाटा एक्सेस किया जा सके, डाउनलोड किया जा सके और अपलोड किया जा सके.

इसके लिए अधिक बैंडविड्थ Bandwidth की जरूरत है और यह जरूरत 5G नेटवर्क पूरी करेगा. आने वाले समय में हैल्थ, एजुकेशन और बैंकिंग जैसे महत्वपूर्ण सेक्टर से लेकर गवर्नमेंट सेक्टर तक डाटा ट्रांसफर की हाई स्पीड की जरूरत होगी.

5जी टेक्नोलॉजी के लिए लगेंगे मीमो एंटीना MIMO Antenna for 5G

5G Bandwidth सर्विस देने के लिए मोबाइल कम्पनियों को जगह-जगह छोटे-छोटे मल्टिपल इनपुट एंड आउटपुट एंटीना Multiple Input and Multiple Output (MIMO) लगाने पड़ेंगे. 5G की रेडियो फ्रीक्वेंसी Radio Frequency हाई होगी. 4जी का फ्रीक्वेंसी बैंड Frequency Band 20MHz तक होता है जबकि 5जी का फ्रीक्वेंसी बैंड 6GHz तक होगा.

5जी का लोगो – Logo of 5G

थर्ड जनरेशन पार्टनरशिप प्रोजेक्ट 3rd Generation Partnership Project (3GPP) ने अधिकारिक रूप से फरवरी 2017 में ही 5जी टेक्नोलॉजी का लोगो लॉन्च कर दिया था. 3GPP ने इस बात की घोषणा की है कि 4G/LTE की आगे की टेक्नोलॉजी को 5G कहा जाएगा.

5G टेक्नोलॉजी के लिए जो लोगो निर्धारित किया गया है उसे सिम्पल रखा गया है और हरे रंग की तीन वेव Waves दिखाई गई हैं. 3GPP ने स्पष्ट किया है कि कम्पनियां इस लोगो का इस्तेमाल निर्धारित गाइडलाइंस के अनुसार ही कर सकेंगी.

5जी टेक्नोलॉजी की इंटरनेट स्पीड- Internet Speed of 5G

5जी टेक्नोलॉजी के एक मोबाइल सेल एरिया Mobile Cell Area में डाउनलिंक Downlink के लिए कम से कम 20GBps और अपलिंक Uplink के लिए 10GBps की स्पीड मिलेगी.

इसका मतलब यह हुआ कि 5जी मोबाइल 5G Mobile पर यूजर को डाउनलोड Download के लिए 100MBps और अपलोड Upload के लिए 50MBps की स्पीड मिल सकेगी.

5G टेक्नोलॉजी एक वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में कम से कम 10 लाख कनेक्टेड डिवाइस सपोर्ट करेगी. सबसे बड़ी बात है कि 5G का कनेक्शन बुलेट ट्रेन Bullet Train में भी काम करेगा और नेटवर्क नहीं टूटेगा.

5जी की मोबाइल रेट 500KM/Hr है मतलब आप 500 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ते व्हीकल में भी मोबाइल पर बात कर सकते हैं और इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं.

क्या सम्भव होगा 5जी से – Benefits of 5G

5जी टेक्नोलॉजी से हमारी सोशल लाइफ आज की तुलना में बहुत आसान हो जाएगी. साथ ही 5G से इंटरनेट आफ थिंग्स Internet of Things (IoT) अधिक सशक्त होगा और दैनिक जीवन में काम आने वाले उपकरण इंटरनेट से आसानी से जुड़ेंगे. टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन Technology Integration यानी एक टेक्नोलॉजी को दूसरी टेक्नोलॉजी से जोड़ने में भी 5G नेटवर्क मदद करेगा. जैसे—

मानव का मशीन के साथ वायरलेस कम्युनिकेशन शुरू होगा.


इसकी स्पीड की वजह से घरों में वाई—फाई की जरूरत नहीं रहेगी.


व्हीकल सेंसर टेक्नोलॉजी अधिक समृद्ध होगी और गाड़ियां टकराने की घटनाओं में कमी आएगी.


स्मार्ट हाउस और स्मार्ट बिल्डिंग बनाने में मदद मिलेगी. पार्किंग और मकानों की निगरानी में वायरलैस टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ेगा.


इलेक्ट्रिक ग्रिड के नियंत्रण रिमोट से हो सकेंगे और इंडस्ट्रियल प्रोसेस के आटोमेशन में मदद मिलेगी.


ड्रोन और फ्लाइंग व्हीकल के रिमोट कंट्रोल अपग्रेड होंगे.


क्रिटिकल मेडिकल प्रोसीजर सम्भव हो पाएंगे जिन पर आज कम स्पीड की वजह से रिस्क नहीं लिया जा सकता.


4जी एलटीई की तुलना में 5जी की इंटरनेट स्पीड लगभग 10 गुना होगी.


5जी का भारत में सफल ट्रायल- Successful Trial of 5G in India

भारतीय टेलीकॉम कम्पनी भारती एयरटेल और चीनी टेलीकॉम कम्पनी हुवैई ने भारत के गुड़गांव में 23 फरवरी 2018 को 5जी नेटवर्क का सफल परीक्षण किया. दोनों कम्पनियों द्वारा की गई देश की इस पहली ट्रायल में 3 जीबीपीएस तक की स्पीड हासिल की गई.

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