Bad breath: सांस की बदबू Causes and Treatment in Hindi

सांस की बदबू दूर करने के उपाय

सांस की बदबू आजकल एक आम समस्या है. Bad Breath मुंह की दुर्गंध का कारण ज्यादातर मसूड़ों और जीभ से जुड़ा होता है. दांतों और मुंह की साफ-सफाई ठीक से नहीं रखने के कारण मुंह में भोजन के अंश रह जाते हैं, जिसके सड़ने के कारण मुंह में बैक्टीरिया पनप जाते हैं और इन बैक्टीरिया द्वारा छोड़े जाने वाले सल्फर यौगिकों के कारण मुंह और सांस की बदबू की समस्या पैदा होती है. मेडिकल
साइंस की भाषा में इसे हैलिटोसिस Halitosis कहा जाता है. मुंह से बदबू आने के कारण अगर आपको शर्मिंदा होना पड़ता है, तो इस लेख को पढ़ें और बताए गए उपायों को अपनाएं.

How to know if you have bad breath in Hindi? सांस
में बदबू की पहचान कैसे करें

हथेलियों को जोड़कर प्याले जैसी आकार बना लें. अब इसमें देर तक सांस छोड़ें. अपनी हथेलियों को नाक के नजदीक लाकर सूंघ लें, पता लग जाएगा कि बदबू आ रही है या नहीं.
एक और तरीका भी है, अपने हाथ अच्छी तरह धोकर साफ कर लें. अब अपनी हथेली पर जीभ फिराएं. हथेली को थोड़ी देर सूखने दें, जिसके बाद सूंघकर देखें.

Causes of bad breath in Hindi सांस की बदबू आने के कारण

यह बात सही है कि सांस की बदबू का सम्बन्ध अधिकतर दांतों और मुंह की उचित देखभाल नहीं करने से होता है. लेकिन इसका एक मात्र यही कारण नहीं है या यूं कहें कि सांस की बदबू के बहुत सारे अन्य कारण भी हो सकते हैं.

सूखा मुंह यानी Xerostomia सांसों में बदबू की वजह हो सकती है. रेडिएशन थेरपी ले रहे कैंसर मरीजों को मुंह सूखने की समस्या हो सकती है. यहां तक कि तनाव, डाइटिंग, खर्राटे, शरीर में आने वाले हार्मोनल बदलाव भी सांसों में दुर्गंध का कारण हो सकते हैं.

पायरिया होने, जीभ गंदी रहने या दांत में कीड़ा लगने पर सांस में बदबू आ सकती है. नाक बन्द रहने, बलगम की शिकायत रहने, क्रोनिक ब्रोन्कायटिस, क्रोनिक साइनोसाइटिस, टॉन्सिल बढ़ने, पेट सम्बन्धी रोग होने, पेट में अल्सर होने या निमोनिया होने पर भी सांसों
में बदबू आने लगती है.

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नॉनवेज खाने, लहसुन, प्याज और अदरक का तला-भुला मसालेदार खाना खाने, पनीर खाने या दूध पीने के बाद अच्छी तरह कुल्ला नहीं करने या दांतों की ठीक तरह से देखभाल नहीं करने पर भी मुंह से दुर्गंध आती है. दांतों को ब्रश नहीं करने या फ्लोसिंग नहीं करने से मुंह में बैक्टीरिया से निकले सल्फर कम्पाउंड जमा हो जाते हैं. बीड़ी, सिगरेट पीने वालों के मुंह से बदबू आने की समस्या भी आम है.

Dental problems and bad breath in Hindi दांतों
की बीमारियां भी बदबू का कारण

दांतों में बैक्टीरिया संक्रमण के कारण मवाद या पस भर जाने, दांतों में छेद यानी कैविटीज हो जाना भी दांतों में बदबू आने का कारण होता है. मसूडों की सूजन, Gingivitis in Hindi या मुंह की सूजन और छालों Stomatitis in Hindi के कारण भी मुंह से बदबू आती रहती है. अगर दाढ़ मसूड़े से पूरी तरह बाहर नहीं आ पा रही है, तो यह भी मुंह से दुर्गंध आने की वजह हो सकती है.

Bad breath symptoms in Hindi मुंह की बदबू बड़े बीमारियों का संकेत

मुंह से आने वाली अलग-अलग तरह की गंध अलग-अलग तरह की बीमारियों का लक्षण हो सकती है. जैसे, अगर मुंह से फलों की गंध आए तो यह कीटोएसिडोसिस ketoacidosis in hindi का संकेत है और इससे डायबिटीज होने की भी आशंका रहती है.

मुंह से अगर बहुत तेज मल जैसी दुर्गंध आए तो यह उल्टियों और आंतों में किसी रुकावट का संकेत हो सकता है, इसे आंत्र बाधा कहा जाता है.

अगर मुंह से अमोनिया अथवा मूत्र जैसी दुर्गंध आए तो यह क्रोनिक किडनी डिजीज का लक्षण हो सकता है, जिसमें लम्बे समय से चली किसी खराबी के काऱण गुर्दे धीरे-धीरे काम करना बन्द कर देते हैं.

मुंह में बनने वाली लार सांस की बदबू को कम करती है. लार से मुंह में फंसे भोजन के अंश और बैक्टीरिया धुल जाते हैं, जो सांस की बदबू की मुख्य वजह होते हैं. जब आप सो जाते हैं तो कम लार बनती है, जिससे मुंह में बैक्टीरिया को पनपने का  मौका मिलता है.

सुबह-सुबह मुंह से आने वाली बदबू bad morning breath को दूर करने के लिए जरूरी है कि हम दांत साफ करन के बाद कुछ नाश्ता कर लें.जो लोग देर तक भूखे रहते हैं, उपवास रखते हैं या सुबह का नाश्ता नहीं करते हैं, उनको सतर्क रहना चाहिए क्योंकि ब्रश करने के बाद भी उनके मुंह से दोबारा बदबू आनी शुरू हो सकती है.

How to treat bad breath naturally सांसों की बदबू कैसे भगाएं

लौंग, सौंफ या इलायची के दाने मुंह में रखना मुंह की दुर्गंध दूर करने के आसान घरेलू उपाय हैं. चुइंग गम और पिपरमिंट से भी सांसों की दुर्गंध कम होती है पर चुइंग गम का सेवन अन्य कारणों से नुकसानदेह भी हो सकता है. मुख की दुर्गन्ध दूर करने के लिए दांतों की नियमित सफाई विशेषकर फ्लोसिंग करना जरूरी है.

सुबह उठने के बाद और रात को खाना खाने के बाद ब्रश जरूर करें. साथ ही फ्लोसिंग, जीभ, गाल और तालु की सफाई भी नियमित रूप से करें ताकि बैक्टीरिया और भोजन के फंसे हुए अंश बाहर निकल जाएं. फ्लोसिंग से दांतों के बीच जमे बैक्टीरिया और फंसे हुए भोजन के टुकड़े बाहर निकल जाते हैं. अगर आपने नकली बत्तीसी Dentures लगवाई हुई हैं, तो इसकी पूरी सफाई रोजाना करें.

याद रखिए कि माउथवाश या मुंह की खुशबू का इस्तेमाल करने से फौरी तौर पर तो सांसें ताजा हो जाती हैं, लेकिन मुंह की बदबू के असली कारण का इलाज नहीं होता है.

अगर आप मुंह और सांसों की बदबू की साधारण उपायों से दूर नहीं हो पा रही है और आप इसका कोई कारण भी नहीं खोज पा रहे हैं तो बेहतर यही होगा कि सांसों की बदबू का इलाज करवाने के लिए आप किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें. अगर आपको सांसों की बदबू के साथ बुखार, कफ या नाक साफ करने में दर्द जैसी शिकायत हो, तो इस स्थिति में भी डॉक्टर से सम्पर्क करने में देरी नहीं करनी चाहिए.

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